अक़्सर लोग भूल जाते हैं,
दो पल का साथ ,
खुशी का एहसास,
फिर भी करते हैं ज़िन्दगी तेरी तलाश,
पर अक्सर लोग भूल जाते हैं,
वादा सफर का,
मंजिल रह-गुजर का,
अक़्सर लोग भूल जाते हैं,
फिर भी ए ज़िन्दगी हम हर उस पल को याद करते हैं,
खुश रहे तू जहां भी हो, खुदा से फरियाद करते हैं,
ऐ ज़िन्दगी फिर भी तेरी तलाश करते हैं।
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