रंग भेद रूप ताल,
त्रिशूल है करे कमाल,
जग कर रहा बखां,
जय-जय महाकाल,
जय-जय महाकाल।।
काल के हैं वो काल,
अकाल मौत को टालते,
मृत्युंजय हैं वो महाकाल,
जय जय महाकाल।।
आता तेरे द्वार जो,
होता है वो मालामाल,
बाबा अपने ठाट से,
करते हैं कितने कमाल,
जय-जय महाकाल,
जय-जय महाकाल।।
आदि-अविनाशी तुम,
रूप अद्भुत है विकराल,
गंगा जटाधारी तुम,
चंद्रमा शोभे तेरे भाल,
जय-जय महाकाल,
जय-जय महाकाल।।
भूतों के तुम नाथ हो,
शोभे गले मे मुण्डमाल,
भांग पीकर बने मतवाले,
गले नाग की है माल,
जय-जय महाकाल,
जय-जय महाकाल।।
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