हमने कभी भी ये नहीं कहा कि दुनिया के सबसे अच्छे इंसान हम ही हैं,
लेकिन हां एक बात जरूर है हमसे अगर कोई गलती हो तो उसे स्वीकार करने की हिम्मत रखते हैं क्योंकि उससे हमें सीखने को मिलता है।
और दुनिया में कोई भी 100% सही नहीं होता, जो आपके हर सही और गलत फैसले में सहमत हो, आपके नज़र में वो बहुत अच्छा इंसान हो सकता है। और हमें वैसा बनना पसन्द नहीं।
सही को सही और गलत को गलत कहने की हिम्मत रखते हैं।
यही वजह है कि हम दुनिया के नज़रों में खटकते हैं।
रिश्ता रहे या खत्म हो जाये, हमारा वसूल यही है। थोड़ा झूठ बोल कर सामने वालों को पल भर की खुशी देने से बेहतर है, सच बोलकर तिरस्कार पाना। हमें तिरस्कार की आदत है।
तब बहुत देर हो चुकी होगी
जब तुझे हम समझ में आएंगे
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