अच्छे फूल को देख हर कोई तोड़ लेता है,
उसे सींचता है कोई-कोई।
प्यार से हर कोई फूल को सहलाता है,
कांटे को छूता है कोई-कोई।
प्यार , इश्क़, मोहब्बत ज़िन्दगी का एक हिस्सा है,
इससे खुद को बचा पाता है कोई-कोई।
खाते हैं कसमे साथ जीने-मरने की,
पर निभा पाता है कोई-कोई।
सोते हुए हर कोई ख्वाब देख लेता है,
उसे पूरा करने के लिए जागता है कोई-कोई।
पत्थर की चोट खाकर गिर जाता है हर इंसान,
खुद को संभाल पाता है कोई-कोई।
मंजिल तो मिल जाएगी, बस थोड़ा और चलना बांकी है,
ऐसी तसल्ली दिला पाता है कोई-कोई।
एक, बस एक ख्वाब टूटने से खत्म नही होती ज़िन्दगी,
हालात-ए-वक़्त में नई ख्वाब सजाता है कोई-कोई।
-NESARK
उसे सींचता है कोई-कोई।
प्यार से हर कोई फूल को सहलाता है,
कांटे को छूता है कोई-कोई।
प्यार , इश्क़, मोहब्बत ज़िन्दगी का एक हिस्सा है,
इससे खुद को बचा पाता है कोई-कोई।
खाते हैं कसमे साथ जीने-मरने की,
पर निभा पाता है कोई-कोई।
सोते हुए हर कोई ख्वाब देख लेता है,
उसे पूरा करने के लिए जागता है कोई-कोई।
पत्थर की चोट खाकर गिर जाता है हर इंसान,
खुद को संभाल पाता है कोई-कोई।
मंजिल तो मिल जाएगी, बस थोड़ा और चलना बांकी है,
ऐसी तसल्ली दिला पाता है कोई-कोई।
एक, बस एक ख्वाब टूटने से खत्म नही होती ज़िन्दगी,
हालात-ए-वक़्त में नई ख्वाब सजाता है कोई-कोई।
-NESARK
1 comments:
घबराने से मसले हल नहीं होते
जो आज है, वो कल नहीं होते।
ध्यान रखो इस बात का ज़रूर
कीचड़ में सब कमल नहीं होते।
नफ़ा पहुँचाते हैं जो जिस्म को
मीठे अक्सर वो फल नहीं होते।
जुगाड़ करना पड़ता है हमेशा
रस्ते तो कभी सरल नहीं होते।
दर्द की सर्द हवा से बनते हैं जो
वो ठोस कभी तरल नहीं होते।
नफ़रत की खाद से जो पेड़ पनपते हैं
मीठे उनके कभी फल नहीं होते।
जो आपको आपसे ज्यादा समझे
ऐसे लोग दरअसल नहीं होते।।
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